मार्च माह में राज्य सरकार द्वारा आवंटित लक्ष्यों की वसूली अभियान में कर बकाया वाहनों की चैकिंग के दौरान गुरुवार को परिवहन विभाग द्वारा बिना पंजीयन कराये तथा ऑवरलोड संचालित 30 वाहनों को जब्त किया गया।
प्रादेषिक परिवहन अधिकारी डॉ. मन्ना लाल रावत ने बताया कि परिवहन निरीक्षक शकील अली के नेतृत्व में विभागीय उड़नदस्ते ने शहर के वाहन विक्रेताओं की बिना पंजीकृत कराये संचालित चार वाहनों को जब्त किया गया। जब्ती के बाद जिला परिवहन अधिकारी ने इन वाहनों के विक्रेताओं को उनके ट्रेड सर्टिफिकेट निरस्त करने के नोटिस जारी कर उन्हें सुनवाई हेतु कार्यालय में तत्काल तलब किया है। इसी प्रकार उड़नदस्तों ने 79 भार वाहनों के प्रकरण बनाकर 27 ऑवरलोड वाहनों को भी जब्त किया है।
उन्होंने बताया कि कर बकाया होने के बावजूद वाहन संचालन करने वालों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही निरन्तर एवं प्रभावी रूप से संचालित की जा रही है। क्षेत्र के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद एवं उदयपुर जिले में नियम विरूद्ध वाहन संचालित करने वाले 708 वाहन स्वामियों के विरूद्ध विभिन्न अभियोगों में प्रकरण पंजीबद्ध किये जाकर उनसे एक करोड़ नौ लाख रू. का जुर्माना वसूल किया गया है। इसी प्रकार कर संग्रह केन्द्र रतनपुर में विगत नौ दिनों में 10592 वाहनों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए 2 करोड़ 62 लाख की संधान राषि वसूल की गई है।
रावत ने अवगत कराया कि गत दिनों टेक्सी एवं मैक्सी केब वाहन स्वामियों को उनके परमिट निरस्त करने के लिये जारी किए नोटिस का भी वाहन स्वामियों पर बड़ा असर हुआ है। आज उदयपुर परिवहन कार्यालय में टेक्सी एवं मैक्सी केब के 26 वाहन स्वामियों ने उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा एवं कर के रूप में 4 लाख 75 हजार रूपये राज्य कोष में जमा करवाये।
ठसके अतिरिक्त विभाग द्वारा 21 वाहनों की निलामी तथा 702 और वाहनों के परमिट निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि अवैध वाहन संचालकों के विरूद्ध संभाग भर के अलग-अलग खनन एवं औद्योगिक क्षेत्रों के साथ ही विभिन्न चौराहों पर 17 विभागीय उड़नदस्तों द्वारा राउण्ड-दि-क्लॉक सघन जांच कार्यवाही की जा रही है एवं वाहन स्वामियों से बकाया कर की वसूली के अतिरिक्त गम्भीर प्रकृति के मामलों में वाहनों की जब्ती का कार्य भी किया जा रहा है।